घमंड पर संस्कृत श्लोक - हिंदी अर्थ सहित | घमंड पर 10+ संस्कृत श्लोक | Sanskrit Shlok on Ego

घमंड पर संस्कृत श्लोक - हिंदी अर्थ सहित | घमंड पर 10+ संस्कृत श्लोक | Sanskrit Shlok on Ego with Hindi & English Meaning

प्रिय पाठकों, क्या आप भी सुंदर सुंदर संस्कृत श्लोक एवं उनका हिंदी अर्थ समझना चाहते हैं. घमंड पर संस्कृत श्लोक देखना चाहते हैं. जी हां, आप सभी का भारत की नंबर वन इस संस्कृत वेबसाइट SanskritExam. Com में हार्दिक स्वागत है। 

आज की इस संस्कृत श्लोक (Sanskrit Shlok) श्रृंखला में घमंड पर संस्कृत श्लोक प्रस्तुत किए जा रहे हैं. जी हां, यहां घमंड पर संस्कृत श्लोक हिंदी अर्थ सहित बताए जा रहे हैं. यह सभी श्लोक बहुत ही सरल एवं गूढ अर्थ को छुपाए हुए हैं. दैनिक जीवन एवं व्यवहार के लिए यह श्लोक बहुत ही ज्यादा उपयोगी हैं। 

आप किसी को भी इन श्लोकों का उदाहरण दे सकते हैं और अपनी बात को अच्छे से समझा सकते हैं. घमंड पर बहुत सारे श्लोक एवं उनका हिंदी और अंग्रेजी अर्थ भी उसके साथ में नीचे दिया गया है। आप इन श्लोकों को अपने मित्रों के साथ शेयर भी कर सकते हैं और यदि आप संस्कृत भाषा सीखना चाहते हैं तो भारत की इस नंबर वन संस्कृत वेबसाइट के मेनू बार या होम पेज में अवश्य जाएं. 

आइए, घमंड पर संस्कृत श्लोक एवं उनका हिंदी अर्थ तथा अंग्रेजी अर्थ सहित अच्छे से पढ़िए. संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है। विश्वप्रसिद्ध अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र नासा भी संस्कृत की वैज्ञानिकता को जानकर हैरान है. संस्कृत भाषा में वेद, पुराण, इतिहास, धर्मशास्त्र, नीतिशास्त्र, सुभाषित ग्रंथ, ज्योतिष, आयुर्वेद, संगीत शास्त्र इत्यादि निखिल शास्त्र का ज्ञान समाहित है। आइए, घमंड पर संस्कृत श्लोक एक-एक करके देखिए. Sanskrit Shlok on Ego with Hindi & English Meaning


घमंड पर (छोटे) संस्कृत श्लोक अर्थ सहित

सबसे पहले यहां घमंड पर छोटे संस्कृत श्लोक दिए जा रहे हैं। उनका हिंदी अर्थ एवं अंग्रेजी अर्थ भी दिया गया है। इसके बाद नीचे घमंड पर बड़े-बड़े संस्कृत श्लोक भी हिंदी एवं अंग्रेजी अर्थ सहित दिए गए हैं.


👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
01

मा कुरु दर्पं मा कुरु गर्वं मा भव मानी मानय सर्वम्।।

हिंदी अर्थ- ऐ मूर्ख, घमंड मत कर। अपने आप पर गर्व मत कर। अहंकारी मत बन। यह तेरा पतन का कारण बनेगा।

English Meaning- O fool, don't be with ego. Don't be proud of yourself. Don't be arrogant. One day, This will be the cause of your downfall.





👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
02

अहंकारः सदा त्याज्यः साक्षात् नरकस्य कारणम्। 
 
हिंदी अर्थ- अहंकार अर्थात् घमंड का सर्वथा त्याग कर देना चाहिए। नहीं तो यह नरक ले जाने वाला होता है। 

English Meaning - arrogance must be completely abandoned. Otherwise it is going to take you to hell.


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👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
03

अभिमानात् दशाननोsपि नष्टः।।

हिंदी अर्थ- घमंड के कारण दश मुखों वाला विश्व विजयी रावण भी एक दिन कुल सहित नष्ट हो गया।

English Meaning- Due to Ego, the ten-faced, world victorious, King Ravana also one day was destroyed along with the complete family.

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👇 पर संस्कृत श्लोक 👇
04

दुर्योधनोsपि विनष्टोsभिमानात्।। 

हिंदी अर्थ- 
अत्यधिक अहंकार व घमंड होने के कारण सौ भाइयों सहित दुर्योधन भी काल के ग्रास में समा गया।

English Meaning- 
Due to excessive arrogance, (in Mahabharata) Duryodhana along with a hundred brothers also got absorbed in the abyss of time.

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👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
05

अंहकारात् सदा राजन् नश्यते सर्वसाधितम्।।

हिंदी अर्थ- 
हिंदी अर्थ- हे राजन, अहंकार अर्थात् घमंड के कारण व्यक्ति का वह सब कुछ नष्ट हो जाता है, जो कुछ भी उसने जीवन में अर्जित किया है।

English Meaning- 
O king, because of arrogance, that is, Ego destroys everything that a person has earned in life.

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घमंड पर बड़े संस्कृत श्लोक अर्थ सहित



👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
06

जरा रूपं हरति हि धैर्यमाशा मृत्युः प्राणान् धर्मचर्यामसूया।
क्रोधः श्रियं शीलमनार्यसेवा ह्रियं कामः सर्वमेवाभिमानः।।

हिंदी अर्थ- 
प्रस्तुत श्लोक महाभारत के उद्योगपर्व से लिया गया। जरा अर्थात् बुढापा सौन्दर्य का नाश कर देता है। आशा धैर्य का एवं मृत्यु प्राणों का, ईर्ष्या धर्माचरण का, क्रोध से लक्ष्मी का, नीच लोगों की सेवा से शील का, काम से लज्जा का एवं अभिमान से सभी का वस्तुओं का नाश हो जाता है।

English Meaning- 
This shloka is taken from Udyogparva of Mahabharata. A little, that is, old age destroys beauty. Hope destroys patience and death leads to life, jealousy destroys righteousness, anger leads to Lakshmi, service to lower people leads to modesty, work leads to shame and pride destroys everything.


घमंड पर गीता के संस्कृत श्लोक अर्थ सहित


👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
07

प्रकृतेः क्रियमाणानि गुणैः कर्माणि सर्वशः।
अहङ्कारविमूढात्मा कर्ताहमिति मन्यते।।

हिंदी अर्थ- 
इस संसार में सभी प्रकार के कर्म प्रकृति के द्वारा स्वयं किए जा रहे हैं लेकिन जिस व्यक्ति के अंतः करण में अहंकार भरा रहता है। वह अहंकार के वशीभूत होकर अपने आप को कर्ता समझता है। अहंकारी पुरुष विमूढात्मा होता है।


English Meaning- 
In this world all kinds of actions are being performed by nature itself, but the person whose heart is full of ego. He thinks himself that I'm the doer under the control of ego. An arrogant man is a foolish soul.




👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
08

अहङ्कारं बलं दर्पं कामं क्रोधं च संश्रिताः।
मामात्मपरदेहेषु प्रद्विषन्तोsभ्यसूयकाः।।

हिंदी अर्थ- 
जिस व्यक्ति के अंदर अहंकार, हठ, घमंड, काम- क्रोध ये पाँच दुर्गुण होते हैं। वह मनुष्य मुझ परमात्मा से द्वेष करता है और मेरे को भी दोष दृष्टि से देखता है। ऐसा समझना चाहिए।

English Meaning- 
A person who has ego, stubbornness, pride, lust and anger, these five vices are where there. The God says- That person hates me with the Supreme Soul and looks at me with a faulty eye. Everyone - This should be understood.




👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
09

अशास्त्रविहितं घोरं तप्यन्ते ये तपो जनाः।
दम्भाहङ्कारसंयुक्ताः कामरागबलान्विताः।।

हिंदी अर्थ- 
जो मनुष्य काम, आसक्ति, हठ के वशीभूत होते हैं एवं जिनके अंदर दंभ एवं अहंकार भरा रहता है और शास्त्र विधि को छोड़कर घोर तप करते हैं। ऐसे लोग असुर एवं पापी होते हैं।

English Meaning- 
People who are under the control of lust, attachment, stubbornness and who are full of arrogance and ego and do severe penance leaving the scriptures. Such people are absolutely demons and sinners.


प्रिय पाठकों, घमंड पर संस्कृत श्लोक का यह संकलित आर्टिकल आप भारत की नंबर वन एजुकेशन वेबसाइट SanskritExam. Com पर पढ़ रहे हैं. संस्कृत सीखने हेतु एवं संस्कृत से जुड़ी विभिन्न प्रकार की सामग्री निशुल्क प्राप्त करने के लिए आप इस वेबसाइट के मेनू बार में जा सकते हैं.

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घमंड पर संस्कृत श्लोक - हिंदी अर्थ सहित | घमंड पर 10+ संस्कृत श्लोक | Sanskrit Shlok on Ego


घमंड पर हिंदी श्लोक दोहा अर्थ सहित


👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
10

मान सहित विष खाय के, शम्भु भये जगदीश।
बिना मान अमृत पिये, राहु कटायो शीश।।

हिंदी अर्थ- 
भगवान शंकर ने समस्त संसार की रक्षा के लिए विषपान कर लिया और इसके बावजूद भी अपने आप पर गर्व या अभिमान नहीं होने दिया और इस प्रकार समस्त संसार के नीलकंठ महादेव बन गये। वहीं दूसरी ओर राहु ग्रह को अमृत पान करने के बाद घमंड में उन्मत्त होकर अपना शीश कटाना पड़ा।

English Meaning- 
Lord Shankar drank poison to protect the whole world and in spite of this he did not allow himself to be with ego or proud and thus became Neelkanth Mahadev of the whole. On the other hand, the planet Rahu, after drinking nectar, was frantic in ego and had to cut off his head.




👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
11

मूर्खस्य पञ्च चिह्नानि गर्वो दुर्वचनं तथा।
क्रोधश्च दृढवादश्च परवाक्येष्वनादरः।।

हिंदी अर्थ- 
मूर्ख व्यक्ति के पांच मुख्य लक्षण है जो कि घमंड, गलत वाक्य अर्थात अपशब्द बोलना, गुस्सा करना, जिद्दी तर्क देना और दूसरों की बातों या बड़े लोगों की बातों का सम्मान न करना हैं।

English Meaning- 
There are five main characteristics of a foolish man, which are mentioned here - arrogance, wrong sentences i.e. abusing, angry, stubborn reasoning and not respecting the words of others or elders.




👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
12

यः स्तब्धो गुरुणा साकमन्यस्य नमनं कुतः।
न छायायै न लाभाय मानी कन्थेरवन्नृणाम्‌।।

हिंदी अर्थ- 
जिस व्यक्ति को गुरु के साथ ही अहंकार है। वह किसी अन्य व्यक्ति के सामने कैसे झुक सकता है। अतः अहंकार युक्त पुरुष कंथेर पेड़ की तरह किसी को छाया नहीं दे सकता और उन्हें कभी किसी भी प्रकार का लाभ भी नहीं दे सकता है।

English Meaning- 
who has ego along with the Guru. How can he bow down to another any person. Therefore, a person with ego cannot give shade to anyone like a Kanther tree and can never give them any kind of benefit.




👇 घमंड पर संस्कृत श्लोक 👇
13

दम्भो दर्पोsभिमानश्च क्रोधः पारुष्यमेव च।
अज्ञानं चाभिजातस्य पार्थ सम्पदमासुरीम्।।

हिंदी अर्थ- 
श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान अर्जुन को अहंकार के विषय में बताते हैं कि हे पार्थ, दंभ एवं घमंड या अभिमान एवं क्रोध तथा कठोरता और अज्ञान यह सभी आसुरी संपदा के लक्षण हैं। अर्थात जिनके अंदर ये दुर्गुण पाए जाते हैं। वे असुर प्रवृत्ति के पापी के लोग होते हैं।

English Meaning- 
In the Srimad Bhagavad-gita, the God Shri Krishna says to Arjuna about ego, that O Partha, conceit and vanity or pride and anger and harshness and ignorance - these are all signs of demonic wealth. In fact, in whom these evil qualities are found. They are people of sinners of demonic nature.


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प्रिय पाठकों, आज के इस आर्टिकल में घमंड पर संस्कृत श्लोक (Sanskrit Shlok on Ego) प्रस्तुत किए गए. यहां हमने घमंड पर संस्कृत श्लोक हिंदी अर्थ तथा अंग्रेजी अर्थ सहित बताएं हैं जो कि आप सभी के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी हैं। आप इन्हें अपने मित्रों के साथ जरूर शेयर करें। इससे आपको संस्कृत जैसी देववाणी देव भाषा की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त होगा. 


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