संस्कृत में वाक्य बनाओ- Sanskrit Mein Vakya Banao (संस्कृत में वाक्य कैंसे बनाएं) संस्कृत में वाक्य- 50+ Sanskrit Me Vakya
प्रिय मित्राणि! विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है- संस्कृत। संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। कुछ लोगों का मानना है कि संस्कृत सीखना बहुत कठिन है लेकिन हम आपको बताना चाहेंगे कि ऐंसा बिल्कुल नहीं है। संस्कृत सीखना बहुत आसान है।
जी हां, हमारी इस SanskritExam वेबसाइट पर संस्कृत सीखने के लिए असंख्य लेख, PDF, निःशुल्क कोर्स आदि उपलब्ध हैं। आज हम उसी कड़ी में आपको संस्कृत सिखाने के लिए यंहा संस्कृत में वाक्य कैंसे बनाएं- संस्कृत में वाक्य बनाओ (Sanskrit Mein Vakya Banao)- संस्कृत में 50+ सरल वाक्य प्रस्तुत करने जा रहे हैं।
इसे भी दबाएँ- Hindi To Sanskrit Translation( (हिंदी से संस्कृत अनुवाद सीखें) 💚
हम पूर्ण विश्वास से कह सकते हैं कि यदि आप आज के पाठ में दिए गये इन संस्कृत वाक्यों को पढ लेंगे तो आपके लिए आज से संस्कृत सीखना बहुत आसान लगेगा। तो आइये, अपने ज्ञान को निखारिए।
संस्कृत में वाक्य कैंसे बनाएं/ संस्कृत अनुवाद कैंसे करें?
शायद आपके मन में यह सवाल जरूर होगा कि संस्कृत में वाक्य कैंसे बनाएं? हिंदी से संस्कृत अनुवाद कैंसे बनाएं? आपके मन के इसी सवाल को हम आज दूर करने वाले हैं। संस्कृत में वाक्य बनाना बहुत आसान है। एक दाहरण देखिए
- सीता रामस्य पत्नी आसीत्।
- गीता पवित्रग्रंथः अस्ति।
इसे भी दबाएँ- Counting In Sanskrit (संस्कृत में गिनती सीखें 💚
यंहा उपरोक्त वाक्य में आपने देखा होगा कि संस्कृत में वाक्य बनाने के लिए किस बात का ध्यान रखना है। सीता, गीता जैंसे हिंदी में थे वैंसे ही संस्कृत में भी। केवल आसीत्, अस्ति आदि क्रियापदों को समझना होगा।
खैर, हम आज व्याकरण की प्रक्रिया में नहीं जाएंगे बल्कि आपको सरलता से संस्कृत में वाक्य बनाकर दिखाएंगे। हां, संस्कृत में वाक्य बनाने से पहले हम आपको यह बताना चाहेंगे कि संस्कृत में वाक्य कैंसे बनाएं?
हिंदी से संस्कृत में अनुवाद कैंसे बनाएं? संस्कृत में वाक्य बनाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना होगा- इसके लिए हमने यंहा कुछ सीक्रेट बिंदु बताए हैं।
- संस्कृत क्रियापदों को याद करें। (भवति, हसति आदि)
- संस्कृत शब्दरूपों को समझें (रामः, गीता आदि)
- संस्कृत कारकों को पहचानें।
- संस्कृत शब्दकोश को बढाएं।
इसे भी दबाएँ- संस्कृत कारक व विभक्ति पहचानने का नया तरीका - Vibhakti In Sanskrit 💓💚
उपरोक्त चार बिंदु यदि आप समझ लेते हैं तो संस्कृत में वाक्य बनाना तो दूर संस्कृत बोलने में भी आपकी बराबरी कोई नहीं कर पाएगा। अब आइये, हम आज के मुख्य विषय- संस्कृत में वाक्य कैंसे बनाएं/संस्कृत में वाक्य बनाओ/50 सरल संस्कृत वाक्य) इसकी शुरुआत करते हैं। तो आइये, तन मन को लगाइये।
संस्कृत में वाक्य बनाओ (50 संस्कृत वाक्य)
प्रिय मित्राणि, यंहा हमनें सरल संस्कृत वाक्य प्रस्तुत किए हैं। दैनिक उपयोगिता को ध्यान में रखकर यंहा वर्तमानकाल के संस्कृत वाक्य,भूतकाल के संस्कृत वाक्य,भविष्यकाल के संस्कृत वाक्य तथा आज्ञार्थक वाले सरल संस्कृत वाक्य दिए गये हैं।
ये सरल संस्कृत वाक्य आपको संस्कृत सीखने में बहुत मदद करेंगे। तो आइये, शुरु करते हैं- वर्तमान काल से (संस्कृत वाक्य)
इसे भी दबाएँ- तुमुन् प्रत्यय के उदाहरण (Tumun Pratyaya In Sanskrit 💓💚
वर्तमानकाल के संस्कृत वाक्य (लट् लकार)
- रामः पुस्तकं पठति।- राम पुस्तक पढता है।
- गीता ग्रामं गच्छति।- गीता गांव को जाती है।
- गंगा नित्यं प्रवहति।- गंगा निरन्तर बहती है।
- सूर्यः उदयं गच्छति।- सूर्य उदय होता है।
- चन्द्रः अस्तं गच्छति।- चन्द्र अस्त होता है।
- अहं प्रतिदिनं दुग्धं पिबामि।- मैं रोज दूध पीता हूँ।
- त्वं ध्यानेन पठसि।- तुम ध्यान से पढ रहे हो।
- अहं संस्कृतं वदामि।- मैं संस्कृत बोलता हूँ।
- मोदी सुन्दरं भाषणं करोति।- मोदी सुन्दर भाषण देते हैं।
- चाइनादेशे जनाः मांसं खादन्ति।- चीन में लोग मांस खाते हैं।
- अक्षयकुमारः सुन्दरः अभिनेता अस्ति।- अक्षयकुमार अच्छा अभिनेता है।
- लता मंगेशकरः मधुरं गीतं गायति।- लता मंगेशकर मधुर गीत गाती है।
- ऐश्वर्यारायः भारतस्य सुन्दरी ❤ अभिनेत्री अस्ति।- ऐश्वर्या राय भारत की सुन्दर अभिनेत्री है।
- अहं प्रातः षड्वादने उतिष्ठामि।- मैं शुबह छः बजे उठता हूँ।
- भवान् कदा शयनं करोति।- आप शयन कब करते हैं।
- माता देवतासमं भवति।- मां देवता के समान होती है।
- पिता गृहस्य पालकः भवति।- पिता घर के पालक होते हैं।
- वने पशवः 🦁 निवसन्ति। - जंगल में पशु रहते हैं।
- अहं त्वया सह पठामि।- मैं तुम्हारे साथ पढता हूँ।
- गीता त्वां स्निह्यति 💕।- गीता तुमसे स्नेह करती है।
- ग्रामं परितः वनम् अस्ति।- गांव के चारों ओर जंगल है।
इसे भी दबाएँ- समास का रोचक परिचय- अब समास व समास के भेदों को कभी नहीं भूलोगे 💚
इन्हे भी देखें- 👇👇
संस्कृत वाक्य कैसे बनाएं (How To Make Sentence In Sanskrit)
प्रिय पाठकों,😍 यह सवाल अक्सर हर किसी संस्कृत सीखने वाले के मन में रहता है कि संस्कृत में वाक्य कैसे बनाएं। इसका सीधा-सीधा जवाब यही है कि आप हमारी इस वेबसाइट को फॉलो करते रहिए।
आपको पूरी संस्कृत आ जाएगी। संस्कृत में वाक्य कैसे बनाना है, संस्कृत कैंसे बोलनी है, सारी बातें धीरे-धीरे जाएंगी और यदि आपको बहुत जल्दी संस्कृत सीखनी है तो हमें नीचे कमेंट कर सकते हैं।
आज्ञार्थक संस्कृत वाक्य (लोट् लकार)
- भवान् जलं स्वीकरोतु।- आप जल लीजिए।
- कृपया शनैः शनैः वदतु।- कृपया धीरे- धीरे बोलें।
- गीते! त्वं विद्यालयं गच्छ।- गीता, तुम विद्यालय जाओ।
- किम् अहं पाठं पठानि।- क्या मैं पाठ पढूं।
- उच्चैः मा वदतु।- जोर से मत बोलो।
- गृहस्य तालकम् उद्घाटयतु।- घर का ताला खोलो।
- यूयं युगपत् गीतं श्रावयत।- तुम सब मिलकर गाना सुनाओ।
- रमेशेन सह वार्तां न करोतु।- रमेश से बात मत करो।
- असत्यं मा वद।- झूठ मत बोलो।
- युवाम् परस्परं न गच्छतम्- तुम दोनों एक साथ मत जाओ।
- गुरो! किं वयं गृहं गच्छाम।- गुरु जी! क्या हम घर जाएं।
- दर्पं मा करोतु।- घमण्ड मत करिए।
- परमात्मनः सत्तां स्वीकरोतु।- भगवान की सत्ता स्वीकार कीजिये।
- नास्तिकतां न अनुसरन्तु। - चोरों का अनुसरण न करें।
- दुर्जनजनैः सह मा वसतु।- दुष्ट लोगों के साथ न रहें।
- स्वरक्षणं सदैव स्वयं करोतु।- हमेशा अपनी रक्षा अपने आप करें।
- मनीष, त्वं कार्यं समयेन कुरु।- मनीष , तुम कार्य समय से करो।
- कृपया एकनिमेषं तिष्ठतु।- कृपया एक मिनट रुकिए।
- वयं सर्वे सह गच्छाम।- हम सब साथ चलें।
इसे भी दबाएँ- संस्कृत शब्दकोश PDF (Sanskrit Dictionary PDF
भूतकाल के संस्कृत वाक्य (लङ् लकार संस्कृत वाक्य)
- रामः ह्यः विद्यालयम् अगच्छत्।- राम कल विद्यालय गया।
- अहं चलचित्रं द्रष्टुं सिनेमागृहं अगच्छम्।- मैं फिल्म देखने सिनेमा घर गया।
- मया सह मनीषा अपि कार्यम् अकरोत्।- मेरे साथ मनीषा ने भी कार्य किया।
- मोदी पंचवारं विदेशयात्राम् ✈ अकरोत्।- मोदी ने पांच बार विदेश यात्रा कर ली।
- पवनदीराजनः संगीते स्वर्णपदकम् अजयत्।- पवनदीप राजन ने संगीत में स्वर्णपदक जीता।
- ह्यः रमेशस्य जन्मदिनम् आसीत्।- कल रमेश का जन्मदिन था।
- विगतसोमवासरे शिवरात्रिः आसीत्।- बीते सोमवार को शिवरात्रि थी।
- अहं ह्यदिने गृहकार्यं पूर्णम् अकरवम्।- मैंने कल होमवर्क पूरा कर लिया।
- अहं त्वया सह भोजनं कृतवान्। - मैंने तुम्हारे साथ भोजन किया।
- वयं सर्वे ह्यः मिलित्वा मिष्टान्नम् अखादाम।- हम सबने कल मिलकर मिठाइयाँ खायीं।
- मोदी संगरोधम् अकरोत्।- मोदी ने लाॅकडाउन किया।
भविष्यकाल के संस्कृत वाक्य (लृट् लकार)
- अहं त्वया सह भ्रमणाय मुम्बईनगरं गमिष्यामि।- मैं तुम्हारे साथ घूमने मुम्बई जाउंगा।
- हम होंगे कामयाब एक दिन।- वयम् एकदिने सफलाः भविष्यामः।
- अहं त्वां विना न जीवितुं शक्ष्यामि।- मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकुंगा।
- प्रिये, त्वं मां त्यक्त्वा तु न गमिष्यसि। 💔- प्रिया, तुम मुझे छोडकर तो नहीं जाओगी।
- अहं तुभ्यम् एकं पत्रं लिखिष्यामि।- मैं तुम्हारे लिए एक खत लिखुंगा।
- त्वं गीतया साकं कथं वार्तां करिष्यसि।- तुम गीता से बात कैंसे करोगे।
- अहं तं कदापि न त्यक्ष्यामि।- मैं उसे कभी नहीं छोडुंगा।
- त्वं मेलनाय कदा आगमिष्यसि।- तुम मिलने कब आओगी।
- वयं सर्वे युगपत् गमिष्यामः।- हम सब एक साथ चलेंगे।
- अहं श्वप्रभृति चलचित्रं न द्रक्ष्यामि।- मैं कल से फिल्म नहीं देखुंगा।
- अहं प्रातः समयेन स्थास्यामि।- मैं शुबह समय से उठुंगा।
- अहं श्वः मन्दिरं ⛪ गमिष्यामि।- मैं कल मन्दिर जाउंगा।
इसे भी दबाएँ- भाषा किसे कहते हैं- भाषा की परिभाषा (रोचक तरीका) 💚
प्रिय मित्राणि, हमें उम्मीद है आज का यह - संस्कृत में वाक्य बनाओ- भाग एक Sanskrit Mein Vakya Banao (Part-1)आप सभी को पसंद आया होगा।
संस्कृत में वाक्य बनाओ- Sanskrit Mein Vakya Banao- Video Lecture
Video Credit (Source)- Dr. Vasudev Prasad
संस्कृत को सरलता से सीखने के लिए आप अपनी इस वेबसाइट के मेनूबार में जाएं। जंहा आपको संस्कृत सीखने के लिए हर प्रकार की सामग्री मिलेगी आज का विषय- संस्कृत में वाक्य कैंसे बनाएं,आपको कैंसा लगा- हमें कमेंट करके अवश्य बताएं। धन्यवादः।
इसे भी दबाएँ- All Dhatu Roop In Sanskrit PDF (संस्कृत धातु रूप PDF) 💓💚
आपको ये भी जरूर पसंद आ सकते हैं- क्लिक करके तो देखो, जरा 👇👇
घर बैठे संस्कृत बोलना सीखें- निःशुल्क♐ |
|
संस्कृत शब्द का हिंदी अर्थ- संस्कृत भाषा व्युत्पत्ति ♐ |
|
|
0 Comments
आपको यह लेख (पोस्ट) कैंसा लगा? हमें कमेंट के माध्यम से अवश्य बताएँ। SanskritExam. Com वेबसाइट शीघ्र ही आपके कमेंट का जवाब देगी। ❤