कुंजिका स्तोत्र के लाभ- 5 चमत्कारिक फायदे | Siddha Kunjika Stotra Benefits

क्या आप सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के चमत्कारिक लाभ जानना चाहते हैं। क्या आपको पता कि कुंजिका स्तोत्र अपने आप में कितना चमत्कारिक व गूढ रहस्यों से भरा हुआ है तो आइये, आपका स्वागत है। 

यहाँ हम आपको सभी स्तोत्रों में सर्वश्रेष्ठ स्तोत्र- सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के अद्भुत फायदे के बारे में बता रहे हैं। 

इसके अलावा सिद्ध कुंजिका स्तोत्र क्या है, कुंजिका स्तोत्र का पाठ कैसे करें, कुंजिका स्तोत्र कौन पढ सकता है इत्यादि सिद्ध कुंजिका स्तोत्र से जुड़े आपके सभी सवालों का जवाब भी दिया जा रहा है। 

अतः यदि आप कुंजिका स्तोत्र के लाभ जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढें। 

यकीन मानिए, इस आर्टिकल को पूरा पढने के बाद आपको कुंजिका स्तोत्र के ऐसे अद्भुत फायदे के बारें में पता चलेगा कि आप आज से ही कुंजिका स्तोत्र पढना शुरु कर देंगे। तो आइये, बिना किसी विलंब के सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के इन अद्भुत लाभ के बारें में जानते हैं. Kunjika Stotra Ke Fayde


क्या है- कुंजिका स्तोत्र ? Kunjika Stotram

सभी मंत्रों का सार ॐकार है। उपनिषदों का सार गीता है। ठीक उसी प्रकार ब्रह्माण्ड में रचे गये सभी स्तोत्रों का सार- कुंजिका स्तोत्र है। आपकी जानकारी के बता दें कि यह दुर्लभ कुंजिका स्तोत्र भगवान शंकर ने मां पार्वती को बताया और बताते समय इसके गुप्त रहस्य भी स्पष्ट किए। 

भगवान शिव कहते हैं- 

न मंत्रं नौषधं तत्र न किंचिदपि विद्यते।

अर्थात्- हे देवि पार्वति! मैं जिस कुंजिका स्तोत्र के बारे में तुम्हें बता रहा हूँ। वह समस्त ऋषि, मुनि,तपस्वी, देव, दानव, मानव आदि समस्त प्राणियों के लिए अत्यन्त दुर्लभ है। कुंजिका स्तोत्र के समान दूसरा कोई मंत्र नहीं है। न कोई ऐसी औषधि है। यह कुंजिका स्तोत्र सभी मंत्रों का सार है।


यदि आप कुंजिका स्तोत्र के गुप्त रहस्य जानना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें- सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के चमत्कार एवं गुप्त रहस्य


आइये, अब हम आपको सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लाभ बता रहे हैं। जिनके बारें में स्वयं उमापति भगवान भोलेनाथ आदिशक्ति मां पार्वती को बताते हैं।

इन्हें भी देखें 👇👇


कुंजिका स्तोत्र के लाभ (Benefits Of Kunjika Stotram)

जिस स्तोत्र की रचना स्वयं महादेव ने की हो। उस स्तोत्र के लाभ के बारें में भला हम अबोध प्राणी क्या कह सकते हैं। यह कुंजिका स्तोत्र भगवान शिव के रुद्रयामल तंत्र से अवतरित है। 

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का नियमित पाठ करने से सभी प्रकार का दारिद्र्य नष्ट हो जाता है। इसका यह भी एक अनोखा लाभ है कि इसके पाठ मात्र से मानव को अपने परम इष्ट की सिद्धि हो जाती है। अर्थात् सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। यह बात मैं नहीं बल्कि स्वयं भगवान शिव मां पार्वती को कहते हैं।

इदं रहस्यं परमम् अनाख्येयं प्रचक्षते।

भविष्यति न दारिद्र्यं न चैवेष्टवियोजनम्।।

हिंदी अर्थ- यह कुंजिका स्तोत्र परम रहस्य है। इसके पाठ करने वाले को किसी भी प्रकार की दरिद्रता नहीं सताती है। उसकी समस्य अभिलाषाएं पूर्ण हो जाती हैं व चिरकाल तक असीम सुख का भोग करता है।

उपरोक्त बातों से आपको सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लाभ के बारे में पता चल ही गया होगा। यहाँ आगे कुंजिका स्तोत्र के कुछ अन्य विशेष लाभ के बारें में बताया गया है। 

धन प्राप्ति

कुंजिका स्तोत्र के पाठ से धन प्राप्ति अर्थात् Earn Money, Money Benefits, All types of wealth benefit यानि सभी प्रकार का धन- गोधन, श्रीधन, पैसा (Money), अन्नधन, स्वर्ण धन (Gold Money) आदि सभी प्रकार के वैभव की प्राप्ति हो जाती है। इसे भी देखें 👇👇

पुत्र प्राप्ति

मनचाही संतान, पुत्र, पुत्री प्राप्ति के लिए कुंजिका स्तोत्र के समान कोई स्तोत्र नहीं है। संतान प्राप्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्त्रोत के कितने पाठ करें- इसकी जानकारी आगे दी जा रही है। अतः एक एक शब्द को ध्यान से पढें।

रोगों का शमन

सभी प्रकार के रोग, पीड़ा, व्याधि, दुःख, कष्ट, संकट कुंजिका स्तोत्र के पाठ मात्र से दूर हो जाते हैं।

मनोकामना सिद्धि

कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने से हर नर नारी की अनन्त इच्छाएं पूर्णफल को प्राप्त करती हैं।

इन्हें भी देखें 👇👇


सिद्ध कुंजिका स्त्रोत कब करना चाहिए?

शास्त्र विधि के अनुसार कुंजिका स्तोत्र का पाठ दुर्गासप्तशती पाठ के दौरान अंत में किया जाता है। हालांकि, बिना दुर्गा सप्तशती पाठ के भी कुंजिका स्तोत्र पढ सकते हैं। 

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ नवरात्रों में करना चाहिए। यद्यपि, भक्त रोजाना भी इसका पाठ कर सकते हैं, लेकिन सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने से पहले कुंजिका स्तोत्र के नियम जरूर जान लें। 


सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के कितने पाठ करने चाहिए?

कुंजिका स्तोत्र का पाठ भक्त अपनी श्रद्धा भक्ति के अनुसार व अपनी इष्ट सिद्धि के हिसाब से अलग अलग संख्या में कर सकते हैं। आमतौर पर नवरात्रि में रोजाना कुंजिका स्तोत्र का एक पाठ अवश्य करना चाहिए। विशेष इच्छा के लिए कुंजिका स्तोत्र का 3 बार, 9 बार या 11 बार अथवा 108 बार पाठ करना चाहिए। 

कुछ विशेष साधक तो 21 दिन तक लगातार अनवरत कुंजिका स्तोत्र का जाप करते हैं। ध्यान रहे- कुंजिका स्तोत्र पढते वक्त अशुद्ध उच्चारण बिल्कुल भी न करें। यह कोई सामान्य स्तोत्र नहीं है। अतः नियमपूर्वक ही इसका पाठ करें।


शुद्ध सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कहां मिलेगा? Original Kunjika Stotra 

ध्यान रहे, जब भी कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें तो किसी अशुद्ध पुस्तक से न पढें। हिंदी में इसका पाठ न करें क्योंकि यह निष्फल या अल्पफल वाला होगा। यदि आप शुद्ध संस्कृत ओरिजिनल कुंजिका स्तोत्र का पाठ प्राप्त करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें- शुद्ध कुंजिका स्तोत्र का PDF


सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के गुप्त रहस्य

यदि आप कुंजिका स्तोत्र के अत्यन्त गुप्त रहस्यों के बारें में जानना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें- सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के चमत्कार एवं गुप्त रहस्य


प्रिय पाठकों, यहाँ हमने आपको आज कुंजिका स्तोत्र के लाभ यानि सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के फायदे (Kunjika Stotra Ke Labh), कुंजिका स्तोत्र पाठ विधि, कुंजिका स्तोत्र के लाभ और हानि (नुकसान) इत्यादि कुंजिका स्तोत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। 

विभिन्न स्तोत्र, मंत्र, कर्मकांड, पूजन, ज्योतिष आदि से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए उस वेबसाइट के मेनूबार में अवश्य जाएं। 


Post a Comment

0 Comments

Youtube Channel Image
Earn Money घर बैठे पैसे कमाएं
Click Here