स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत श्लोक, संस्कृत देशभक्ति गीत | 15 August Sanskrit Shlok: Independence Day Wishes In Sanskrit

स्वतंत्रता दिवस हम सभी भारतीयों के लिए एक स्वर्णिम दिवस है. इस वर्ष यानी 2023 में 15 अगस्त को कुछ खास होने वाला है। अतः आपको स्वतंत्रता दिवस के इस शुभ अवसर पर अपने मित्र बंधुओं को संस्कृत में स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त की शुभकामनाएं जरूर देनी चाहिए। 

जी हां, यहां हम आपको संस्कृत में स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं, स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत में श्लोक, स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त पर संस्कृत में भाषण आदि महत्वपूर्ण उपयोगी जानकारी दे रहे हैं। सबसे पहले हम आपको यहां संस्कृत में स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं कैसे देते हैं- यह बता रहे हैं।


स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत में शुभकामनाएं- Independence Day Wishes In Sanskrit

स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत में शुभकामनाएं विभिन्न तरीकों से दे सकते हैं। यहां कुछ विशेष बेहतरीन दिलचस्प तरीके बताए जा रहे हैं। यदि आप भी अपने मित्रों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देना चाहते हैं तो संस्कृत में इस प्रकार बधाई दें।

भवतां समेषां देशभक्तानां देशवासिनाञ्च कृते सप्तसप्ततितमस्य (७७वां) स्वातन्त्र्योत्सवराष्ट्रियपर्वणः मङ्गलकामनाः वर्धापनानि च।

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स्वतंत्रतादिवसस्य हार्द्यः शुभकामनाः।। 🇮🇳🇮🇳 🇮🇳🇮🇳


स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत में श्लोक- Sanskrit Shlok on Independence Day

स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत में बहुत सारे श्लोक हैं। संस्कृत हमारी सबसे प्राचीन भाषा एवं भारत का गौरव है। अतः आपको स्वतंत्रता दिवस के इस स्वर्णिम अवसर पर अपने मित्रों को संस्कृत श्लोक जरूर भेजना चाहिए। यहां स्वतंत्रा दिवस पर संस्कृत में श्लोक दिए गए हैं एवं उनका अर्थ भी बताया गया है।


संस्कृत श्लोक-

गायन्ति देवाः किल गीतकानि धन्यास्तु ते भारतभूमिभागे।

स्वर्गापवर्गास्पदमार्गभूते भवन्ति भूयः पुरुषाः सुरत्वात्।।


हिंदी अर्थ-

देवगण भी निरंतर यही गान करते हैं कि

जिन्होंने स्वर्ग और अपवर्ग के हेतूभूत भारत वर्ष में जन्म लिया है, ऐंसे लोग देवताओं की अपेक्षा भी अधिक सौभाग्यशाली हैं।


English-

Gods also sing this song continuously - Those who have taken birth in India, which is meant for heaven, such people are more fortunate than even the deities.


संस्कृत श्लोक- 

रत्नाकरधौतपदां हिमालयकिरीटिनीम्।

ब्रह्मराजर्षिरत्नाढ्याम वन्देभारतमातम्।।


हिंदी अर्थ-

जो हिमालय द्वारा सुशोभित हैं, जिसके पैर समुद्र के द्वारा धोए जाते हैं और जो विभिन्न ब्रह्मर्षिगण व राजर्षिगणों से सुसम्पन्न है। ऐसी भारत माता की मैं वन्दना करता हूँ।


English- 

Who is adorned by the Himalayas, whose feet are washed by the ocean And who is blessed with various Brahmarshiganas and Rajarshiganas. I worship such Mother India.

स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत श्लोक, संस्कृत देशभक्ति गीत | 15 August Sanskrit Shlok: Independence Day Wishes In Sanskrit

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संस्कृत श्लोक-

उत्तरं यत्समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम्।

वर्षं तद् भारतं नाम भारती यत्र संततिः।।


हिंदी अर्थ-

उत्तर में पर्वतों के राजा हिमालय व दक्षिण में समुद्र से जो सुशोभित है। उस देश का नाम भारत है, जहाँ साक्षात् भारती अर्थात् सरस्वती संतति रूप में अवतरित होती है।


संस्कृत श्लोक-

नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे त्वया हिन्दुभूमे सुखं वर्धितोहम्।

महामङ्गले पुण्यभूमे त्वदर्थे पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते।।


हिंदी अर्थ-

हे मातृभूति, हे हिन्दुस्तान की धरा! आपको नमस्कार है। आपने हमें असीम सुख प्रदान किया है। महा मंगल कारिणि, हे पुण्यभूमि! हमारा यह शरीर भी आपकी सेवा में समर्पित हो जाए। आपको नमस्कार है।

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स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत गीत- Sanskrit Song On Independence Day

स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त पर संस्कृत में बहुत सारे गीत उपलब्ध हैं। यहां एक प्रसिद्ध गीत के लिरिक्स प्रस्तुत किए गए हैं. 

धन्यं भारतवर्षं धन्यम्‌।

पुण्यं भारतवर्षं पुण्यम् ॥


यस्य संस्कृतिः तोषदायिनी,

पापनाशिनी पुण्यवाहिनी।

यत्र पुण्यदा गंङ्गा याति,

सिन्धु-नर्मदा सदा विभाति।


सरस्वती च धन्या-धन्या,

यमुना कृष्णा मान्या मान्या।

शृणुमो यत्र च वेदं पुण्यम् ॥


धन्यं भारतवर्षं धन्यम्,

पुण्यं भारतवर्षं पुण्यम् ॥


यत्र पर्वताः रम्याः रम्याः,

ऋषयो मुनयो धन्याः धन्याः।

कैलासश्च हिमराजश्च,

विन्ध्य-सतपुड़ा-हिमाद्रिश्च।


अरावली पर्वतमाला च,

स्वर्ण-सुमेरु-हर्षकरश्च।

पुण्य-पर्वतैः पुण्यं पुण्यम्॥


धन्यं भारतवर्षं धन्यम्

पुण्यं भारतवर्षं पुण्यम् ॥


उपरोक्त गीत संस्कृत में देशभक्ति कविता है। इसे आप 15 अगस्त के दिन कहीं भी सुना सकते हैं। 

यहाँ नीचे संस्कृत में बहुत ही सुन्दर देशभक्ति गीत दिया गया है। हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए संस्कृत में देशभक्ति गीत

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15 अगस्त पर संस्कृत भाषण व निबंध

स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृत में भाषण एवं निबंध भी यहां प्रस्तुत किया जा रहा है। यदि आपको किसी भी विद्यालय में या कहीं पर भी स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त पर संस्कृत में कुछ बोलना हो तो आप यह बोल सकते हैं।

कस्मै अपि देशाय तस्य स्वातंत्र्यदिनमतीव विशिष्टं भवति। अगस्तमासे 15 दिनांके अस्माकं भारतवर्षस्य स्वतंत्रतादिवसः अस्ति। अतोsस्मभ्यं महद्धर्षस्य विषयः। अस्मिन् एव दिने 1947 ईसवीयतमे वर्षे वयं ब्रिटिशपरतंत्रबन्धनेन विमुक्ताः जाताः। तस्मात् एतद्दिनं‌ महता हर्षेण अस्माभि पालनीयम्।

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