भारतीय दर्शन- तत्वमीमांसा : TatvaMimansa | Exam Notes, Sanskrit Exam Notes

Warmly Welcome To Sanskrtiexam.com । अयि प्रेयांसः मित्राणि। यूजीसीनेट संस्कृत 25 कोड हेतु आप सभी का हार्दिक स्वागत है। धन्यवादः।


अपि प्रेयांसः पाठकाः, यूजीसी नेट संस्कृत 25 कोड के अन्तर्गत वन्दे संस्कृतमातरम् परिवार अभी तक बहुत सारी इकाइयों को पूर्ण कर चुका है। 

जैंसे कि आप सभी जानते होंगे कि यू जी सी नेट संस्कृत 25 कोड के अन्तर्गत दर्शनशास्त्र से सम्बन्धित कुल दो यूनिट हैं। जिनमें एक- दर्शन शास्त्रों का सामान्य अध्ययन (प्रमाणमीमांसा, तत्त्वमीमांसा, आचारमीमांसा) यूनिट- 3 के रूप में लगी हुई है 

एवं दर्शनशास्त्रों का विशिष्ट अध्ययन- चतुर्थ यूनिट के रूप में लगा हुआ है। यदि आप यूजीसी नेट संस्कृत 25 कोड का सम्पूर्ण पाठ्यक्रम देखना चाहते हैं तो इसी वेबसाइट पर UGC NET Sanskrti Syllabus पर जाएँ।



प्रेयांसः मित्राणि- आज के इस लेखोपक्रम में हम यूजीसीनेट संस्कृत 25 कोड की 3 तीसरी यूनिट का अध्ययन करेंगे। इसके अन्तर्गत हम यंहाँ तत्त्वमीमांसा का विशेष उल्लेख करेंगे तत्पश्चात् आचारमीमांसा का उल्लेख किया जाएगा। 

इससे पहले प्रमाणमीमांसा की चर्चा कर चुके हैं। अतः आप उस लेख को अवश्य पढ लीजिएगा।

 

  • यूजीसीनेट की परीक्षा कैंसै पास करें
  • यूजीसीनेटपरीक्षा का पाठ्यक्रम क्या है
  • भारतीय दर्शनों में तत्त्वमीमांसा क्या है
  • तत्त्वमीमांसा शब्द का क्या अर्थ है
  • किस दर्शन ने कितने तत्त्व स्वीकार किए
  • प्रकृति-पुरुष तत्त्व किस दर्शन ने स्वीकार किए

 

मित्राणि इन सभी विषयों की चर्चा आज के इस लेख के द्वारा हम करने वाले हैं। अत आप सभी आपकी अपनी वेबसाइट संस्कृतएग्जाम डॉट कॉम पर निरन्तर अपडेट रहिए।


मित्रों यदि आपके पास यूजीसीनेट संस्कृत 25 कोड  का पाठ्यक्रम न हो तो आप इसे बडी आसानी से हमारी वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। 

प्यारे मित्रों जैंसे कि आप सभी जानते होंगे कि हमने UGC NET Sanskrit 25 Code की सीरीज में इससे पहले दर्शनशास्त्रों के अन्तर्गत प्रमाणमीमांसा की चर्चा की थी। 

यदि आपने वह आर्टिकल न पढा हो तो उसे आप जरूर पढिएगा। आज हम उसी क्रम में तत्त्वमीमांसा की चर्चा करेंगे।



तत्त्वमीमांसा क्या है (TatvaMimansa)

तत्त्वमीमांसा अर्थात् तत्त्वों का विश्लेषण। यंहा तत्व से दर्शनशास्त्रों में स्वीकृत तत्वों अथवा पदार्थों से है। किस दर्शन में कितने तत्व हैं। कौन सा भारतीय दर्शन कितने तत्व स्वीकार करता है।योगदर्शन में कितने तत्त्व स्वीकार किए गये। 

सांख्यदर्शन के अनुसार कितने तत्त्व हैं। इत्यादि बातों का विश्लेषण ही तत्वमीमांसा कहलाता है। यंहा हम किस दर्शन ने कितने तत्त्व स्वीकार किए हैं इस विषय को एक चार्ट के माध्यम से समझने का प्रयास करेंगे।

 

आस्तिक दर्शन

स्वीकृत तत्त्व (पदार्थ)

न्याय

16 पदार्थ

वैशेषिक

7 पदार्थ

सांख्य

25 तत्त्व

योग

26 तत्त्व

वेदान्त

2 तत्त्व (जीव,ब्रह्म)

मीमांसा (भाट्ट)

5 पदार्थ

मीमांसा (प्रभाकर)

8 पदार्थ

 


भारतीय नास्तिक दर्शनों में स्वीकृत तत्त्व

नास्तिक दर्शन

  स्वीकृत तत्त्व

चार्वाक्

4 पृथ्वी,जल,तेज,वायु।

जैन

2 जीव, अजीव।

बौद्ध

2 स्वलक्षण, सामान्यलक्षण।

 

 

उपसंहार- 

प्यारे पाठकों, अन्ततः दर्शन शास्त्र के अन्तर्गत हमने यंहा आज के इस लेख के माध्यम से तत्त्वमीमांसा का विश्लेषण किया। किस दर्शन में कुल कितने तत्व हैं 

इस प्रकार UGC NET Sanskrit 25 Code Syllabus के अन्तर्गत तृतीय यूनिट में जो विषय रखा गया है। उसके अन्तर्गत प्रमाणमीमांसा एवं तत्त्वमीमांसा का विषय पूर्ण हुआ। 

मित्रों यदि आपके पास यूजीसीनेट संस्कृत 25 कोड अथवा यूजीसी नेट संस्कृत 73 कोड का सिलेबस हो तो आप हमारी वेबसाइट से अभी डाउनलोड कर सकते हैं। 

अगले लेख में हम आचारमीमांसा की चर्चा करेंगे अतः आप सभी पाठकवृन्द अपने इस परिवार से जुडे रहिएगा


Click- सैकड़ों संस्कृत नोट्स प्राप्त करें।

             


 ।।सर्वेषां धन्यवादः।।

Post a Comment

0 Comments

Youtube Channel Image
Earn Money घर बैठे पैसे कमाएं
Click Here